क्रिकेट आयरलैंड ने 2025 के लिए अपनी राष्ट्रीय टीमों की घोषणा कर दी है — T20I, ODI और टेस्ट फॉर्मेट में सभी के लिए स्पष्ट और रणनीतिक स्क्वाड चुने गए हैं। यह घोषणा सिर्फ खिलाड़ियों की सूची नहीं, बल्कि आयरलैंड क्रिकेट के भविष्य की दिशा का एक संकेत है। पॉल स्टिर्लिंग T20I टीम के कप्तान रहेंगे, जबकि एंड्रू बैलबिनी टेस्ट टीम की कमान संभालेंगे। इस बार चार नए खिलाड़ी टेस्ट टीम में शामिल हुए हैं — केडे कार्माइकल, लियम मैककार्थी, जॉर्डन नील और स्टीफन डोहेनी। ये नाम सिर्फ नए चेहरे नहीं, बल्कि आयरलैंड क्रिकेट के भविष्य के आधार हैं।
टेस्ट टीम में नए चेहरे: कार्माइकल का बड़ा कदम
क्रिकेट आयरलैंड के राष्ट्रीय पुरुष चयनकर्ता एंड्रू व्हाइट ने कार्माइकल के चयन को खास तौर पर सराहा। "वह वेस्टइंडीज के खिलाफ ODI डेब्यू के बाद अपनी शांति और तकनीकी शक्ति को दिखा चुके हैं," उन्होंने कहा। अफगानिस्तान A के खिलाफ यूएई में खेले गए चार दिन के मैच में कार्माइकल ने एक शानदार शतक बनाया था। यह नहीं बस एक शतक था — यह एक संकेत था कि आयरलैंड के पास अब लंबे समय तक बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी भी हैं।
टेस्ट टीम में वापसी कर रहे सात खिलाड़ियों में बैलबिनी, डॉकरेल और मैककार्थी शामिल हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि गैविन हॉय — जिन्होंने पहले भी टेस्ट स्क्वाड में जगह पाई थी — अभी तक टेस्ट में डेब्यू नहीं कर पाए। क्या यह बार उनका अवसर होगा? यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।
T20I टीम: चोटों के कारण बड़े नाम छूटे
2025 के T20I स्क्वाड में बड़ी खबर यह है कि मार्क एडेयर, जॉश लिटिल और फियोन हैंड चोट के कारण शामिल नहीं हैं। ये तीनों आयरलैंड के टी20 इतिहास के स्तंभ थे। लिटिल का गेंदबाजी जादू, एडेयर का तेज गेंदबाजी और हैंड की टेंशन भरी बल्लेबाजी — ये सब अब अनुपस्थित हैं।
इसके बजाय, कर्टिस कैंफर, ग्राहम ह्यूम और ब्रैड मैककार्थी जैसे खिलाड़ियों को जगह मिली है। पॉल स्टिर्लिंग की नेतृत्व शैली के बारे में कहा जाता है कि वह शांत, विचारशील और बहुत अधिक रणनीतिक हैं। वह अब सिर्फ बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक नेता हैं — जो टीम को अपने आसपास एकत्रित करते हैं।
क्षेत्रीय टीमें: गाँव से राष्ट्रीय टीम तक का सफर
आयरलैंड क्रिकेट की सफलता का आधार उसकी क्षेत्रीय टीमों में छिपा है। लीन्स्टर लाइटनिंग की कप्तानी लॉरकन टकर कर रहे हैं — जो एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने अपने बल्ले से अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपनी जगह बनाई है।
उत्तर-पश्चिम वॉरियर्स की कप्तानी एंड्रू मैकब्राइन कर रहे हैं, जो एक शांत और विश्वसनीय ऑलराउंडर हैं। उनके टीम में क्रेग यंग भी हैं — जो बार-बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी गेंदबाजी से बचाव करते हैं।
और उत्तरी नाइट्स की कप्तानी नील रॉक कर रहे हैं। यहाँ पॉल स्टिर्लिंग और रॉस एडेयर जैसे खिलाड़ी खेलते हैं। ये टीमें सिर्फ लीग खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय टीम के लिए ट्रेनिंग ग्राउंड हैं।
अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल: इंग्लैंड, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के साथ टकराव
2025 का पहला बड़ा टकराव इंग्लैंड के खिलाफ होगा — जहाँ जेकब बेथेल इंग्लैंड के सबसे युवा पुरुष कप्तान बनने वाले हैं। यह एक नई पीढ़ी का संकेत है। उनके साथ जॉर्डन कॉक्स भी शामिल हैं — जिन्होंने 2025 के हंड्रेड टूर्नामेंट में ओवल इन्विंसिबल्स को तीसरी बार चैंपियन बनाया।
फिर आयरलैंड की टीम बांग्लादेश की यात्रा पर जाएगी। यहाँ न सिर्फ गर्मी, बल्कि धीमी और घूमती हुई पिचें भी चुनौती बनेंगी।
लेकिन सबसे रोमांचक टूर है — वेस्टइंडीज का आयरलैंड आगमन। वेस्टइंडीज की T20I टीम में शाई होप कप्तान हैं, जिनके साथ शिम्रॉन हेटमायर, रोमारियो शेपर्ड और अल्जार्री जोसेफ जैसे खिलाड़ी हैं। यह टीम बल्लेबाजी की शक्ति का एक जीवंत उदाहरण है।
वेस्टइंडीज ने 16 मई को शेपर्ड और रूथफोर्ड को आईपीएल के कारण बाहर कर दिया, और 19 मई को जीडियाह ब्लेड्स को भी बाहर कर दिया। यह बताता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अब बस टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक जटिल व्यावसायिक व्यवस्था है।
भविष्य क्या लाएगा?
आयरलैंड क्रिकेट का लक्ष्य स्पष्ट है — टेस्ट क्रिकेट में टिकाऊ बनना। अब तक उन्होंने सिर्फ 12 टेस्ट मैच खेले हैं। लेकिन अगर ये चार नए खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो आयरलैंड 2027 तक टेस्ट स्टेटस को स्थायी बना सकता है।
एक और बात — इस साल के अंत तक, आयरलैंड की टीम के लिए दो बड़े प्रश्न हैं: क्या वे वेस्टइंडीज के खिलाफ बल्लेबाजी की ताकत का मुकाबला कर पाएंगे? और क्या लिटिल और एडेयर जैसे खिलाड़ी वापस आ सकते हैं?
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्यों पॉल स्टिर्लिंग को T20I कप्तान बनाया गया और एंड्रू बैलबिनी को टेस्ट कप्तान?
पॉल स्टिर्लिंग को T20I कप्तान बनाया गया क्योंकि वे अनुभवी, शांत और दबाव में भी बल्लेबाजी करने में माहिर हैं। उनकी लंबी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति और टीम के साथ गहरा जुड़ाव इस चयन का मुख्य कारण है। दूसरी ओर, एंड्रू बैलबिनी को टेस्ट कप्तान बनाया गया क्योंकि वे लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की क्षमता रखते हैं और टेस्ट क्रिकेट की रणनीति को समझते हैं। उनकी नेतृत्व शैली अधिक रणनीतिक और धैर्यवान है, जो टेस्ट मैचों के लिए आदर्श है।
कार्माइकल का टेस्ट डेब्यू क्यों इतना महत्वपूर्ण है?
कार्माइकल का टेस्ट डेब्यू आयरलैंड के लिए एक नए युग की शुरुआत है। उन्होंने ODI में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन टेस्ट में बल्लेबाजी करने के लिए अलग दृष्टिकोण चाहिए। उन्होंने अफगानिस्तान A के खिलाफ चार दिन के मैच में शतक बनाया — यह उनकी टेक्निकल शक्ति और धैर्य का सबूत है। यदि वे टेस्ट में सफल होते हैं, तो आयरलैंड को भविष्य में टेस्ट टीम के लिए बल्लेबाजी का आधार मिल जाएगा।
मार्क एडेयर और जॉश लिटिल की चोट का क्या प्रभाव होगा?
एडेयर की तेज गेंदबाजी और लिटिल की अद्वितीय स्पिन और योग्यता आयरलैंड के T20I टीम की ताकत थी। उनकी अनुपस्थिति टीम की गेंदबाजी की गहराई को कम कर देती है। इसके बजाय, नए खिलाड़ियों को अवसर मिला है, लेकिन यह भी संभव है कि टीम को अपनी रणनीति बदलनी पड़े। यह एक चुनौती है, लेकिन साथ ही एक अवसर भी — जिसमें नए खिलाड़ी अपनी पहचान बना सकते हैं।
क्षेत्रीय टीमों का राष्ट्रीय टीम पर क्या प्रभाव पड़ता है?
आयरलैंड की क्षेत्रीय टीमें राष्ट्रीय टीम की जीवनरेखा हैं। लीन्स्टर लाइटनिंग, उत्तरी नाइट्स और उत्तर-पश्चिम वॉरियर्स में खेलने वाले खिलाड़ियों को अलग-अलग पिचों, दबावों और टीम डायनामिक्स का अनुभव मिलता है। यह उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करता है। जैसे लॉरकन टकर लीन्स्टर से आए और अब टेस्ट टीम के विकेटकीपर हैं — यह एक उदाहरण है कि कैसे स्थानीय स्तर पर निर्मित नेतृत्व राष्ट्रीय स्तर पर उभरता है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच क्यों आयरलैंड के लिए विशेष है?
वेस्टइंडीज की टीम बल्लेबाजी की शक्ति का एक जीवंत उदाहरण है — शाई होप, शिम्रॉन हेटमायर और रोमारियो शेपर्ड जैसे खिलाड़ी बल्ले से खेलने के लिए जाने जाते हैं। आयरलैंड के लिए यह एक टेस्ट है: क्या उनकी गेंदबाजी इतनी तीव्र बल्लेबाजी का मुकाबला कर सकती है? अगर वे इस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उनकी आत्मविश्वास और अंतरराष्ट्रीय पहचान दोनों बढ़ जाएंगी।
2025 के बाद आयरलैंड क्रिकेट का लक्ष्य क्या है?
आयरलैंड का लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट में स्थायी रूप से शामिल रहना है। अब तक उन्होंने सिर्फ 12 टेस्ट मैच खेले हैं। चार नए खिलाड़ियों के चयन और क्षेत्रीय टीमों के विकास के साथ, वे 2027 तक टेस्ट स्टेटस को स्थायी बनाना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें लंबे समय तक बल्लेबाजी, रणनीतिक गेंदबाजी और दबाव में खेलने की क्षमता विकसित करनी होगी।