नॉबेल शांति पुरस्कार 2025: मारिया कोरीना माचाडो को वेनेज़ुएला लोकतंत्र के लिए सम्मान

नॉबेल शांति पुरस्कार 2025: मारिया कोरीना माचाडो को वेनेज़ुएला लोकतंत्र के लिए सम्मान

नॉर्वे के ओस्लो में स्थित नॉरवेजियन नॉबेल समिति ने शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025 को 2025 का नॉबेल शांति पुरस्कार वेनेज़ुएला के लोकतंत्र कार्यकर्ता मारिया कोरीना माचाडो, विपक्षी नेता को दिया। यह निर्णय बेरिट रीस‑एंडर्सन, समिति की अध्यक्ष, के शब्दों में "डिक्टेटरशिप के अंधेरे में लोकतंत्र की ज्वाला को जलाते हुए एक साहसी महिला" को सलाम करने जैसा था।

पृष्ठभूमि और ऐतिहासिक संदर्भ

वेनेज़ुएला 2013 से लगातार मानवीय अधिकारों के उल्लंघन, चुनावी धोखाधड़ी और राजनीतिक बंदियों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहा है। 2018 के राष्ट्रपति चुनाव में निकोला मदुरो की जीत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने "न्यायसंगत नहीं" घोषित किया, जबकि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने 1 जून 2018 को व्यापक अनियमितताओं की निंदा की। इस पन्नों पर, माचाडो के नाम ने 2022‑2024 के बीच दो हत्या के प्रयासों और कई कारावासों से परे, लोकतांत्रिक आवाज़ के रूप में उभरा।

पुरस्कार घोषणा और मुख्य बिंदु

प्रेस कॉन्फ्रेंस में, समिति सचिव ओलाव नजोलस्टैड ने बताया कि पुरस्कार का मानदंड "राष्ट्रों के बीच भाईचारे, शांति को बढ़ावा देना और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा" से मेल खाता है। उन्होंने कहा: "यह सम्मान पूरे आंदोलन का है, न केवल एक व्यक्ति का।" माचाडो ने वीडियो कॉल के दौरान कहा, "मैं स्तब्ध हूँ, खुशी से झूम रही हूँ," और तुरंत अपने X पोस्ट में लिखा, "मैं इस पुरस्कार को वेनेज़ुएला के पीड़ित लोगों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प\ को समर्पित करती हूँ, जिन्होंने हमारे कारण को निर्णायक समर्थन दिया है।" (ट्रम्प ने 2017‑2021 और 2025‑वर्तमान में अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में दो बार पद संभाला है)।

मारिया कोरीना माचाडो की लोकतंत्र यात्रा

1967 में कराकास में जन्मी माचाडो ने एंड्रेस बेल्लो कैथोलिक विश्वविद्यालय से सिस्टम्स इंजीनियरिंग की डिग्री ली और 2011‑2014 तक राष्ट्रीय सभा की सदस्य रही, जहाँ वह जस्टिस फ़र्स्ट पक्ष की प्रतिनिधि थीं। 2017 के संवैधानिक सभा चुनाव के बाद, उन्होंने इस प्रक्रिया को असंवैधानिक घोषित किया, जिससे 2018 में "नैतिक क्षय" के आरोप में सरकार‑समर्थित न्यायालय ने उन्हें राजनैतिक रूप से प्रतिबंधित किया।

भले ही वह 2024 की राष्ट्रपति चुनाव से अयोग्य ठहराई गई, उन्होंने 2023‑2024 के नागरिक‑प्राथमिक चुनाव में 8.8 मिलियन वोटों में से 91.5 % हासिल किए। इस दौरान उनके अभियान समन्वयकों को कई बार हिरासत में लिया गया और इंटरनेट ब्लैकआउट्स लगाए गए, लेकिन उन्होंने "जनता की आवाज़" को दबाने की कोशिश नहीं थमी। 2022 और 2024 में दो अलग‑अलग बार उनके जीवन पर हमला किया गया, जिनके प्रमाण अमेरिकी विदेश विभाग के रिकॉर्ड में मिलते हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भू‑राजनीतिक प्रभाव

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भू‑राजनीतिक प्रभाव

उसी दिन दोपहर 12:15 PM EDT पर अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रूबियो ने कहा, "यह प्रत्येक वेनेज़ुएला के लिए जीत है जो दमन के खिलाफ लड़ रहा है।" वहीं, वेनेज़ुएला के विदेशी मंत्री इवान गिल पिंटो ने 3:40 PM VET पर "यह एक विदेशी सत्ता का राजनीतिक कार्य है" कहते हुए इस पुरस्कार की कठोर निंदा की।

नॉरवेजियन समिति ने बताया कि यह पहला ऐसा पुरस्कार है जिसका विजेता वेनेज़ुएला का नागरिक है, और अब तक 18 बार लोकतंत्र‑संबंधी कार्य को सम्मानित किया गया है। इस फैसले के बाद, यूरोपीय संघ ने 15 सितंबर 2025 को 17 वेनेज़ुएलन अधिकारियों पर मानवाधिकार उल्लंघन के कारण प्रतिबंध लगाए, तथा संगठन अमेरिकी राज्यों (OAS) ने 17 अक्टूबर 2025 को वॉशिंगटन डी.सी. में एक आपातकालीन मीटिंग बुलाई है।

भविष्य की संभावनाएं और आगामी कदम

माचाडो ने अपने अगले कदम को "अंतरराष्ट्रीय मंच पर वेनेज़ुएला की लोकतांत्रिक मांगों को आगे बढ़ाना" बताया। वह OAS के सत्र में भाग लेगी, जहाँ संभावन है कि वेनेज़ुएला के 287 राजनीतिक कैदियों की रिहाई के लिए एक संकल्प पारित हो। इस दौरान, समिति के एक अंतर्गत अध्याय ने बताया कि यदि वेनेज़ुएला सरकार चुनिंदा सुधार नहीं करती, तो नॉर्वे के डिप्लोमैटिक दबाव में वृद्धि हो सकती है।

  • श्रेणीय आंकड़े: 287 राजनीतिक कैदी, 177 विपक्षी वेबसाइटें 2024 में ब्लॉक।
  • वोट प्रतिशत: 91.5 % (8.8 मिलियन वोट)।
  • पुरस्कार प्राप्तकर्ता: मारिया कोरीना माचाडो (58 वर्ष)।
  • समिति प्रमुख: बेरिट रीस‑एंडर्सन।
  • निर्णय तिथि: 10 अक्टूबर 2025, 11:00 AM CET।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

यह पुरस्कार वेनेज़ुएला के लोगों को कैसे प्रभावित करेगा?

नॉबेल शांति पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय आशा की किरण लाता है। यह वेनेज़ुएला में लोकतंत्र समर्थकों को नई बौधिकता देता है और अंतरराष्ट्रीय दबाव को बढ़ाता है, जिससे राजनीतिक कैदियों की रिहाई और चुनावी सुधार की संभावना बढ़ सकती है।

बेरीट रीस‑एंडर्सन ने इस चयन के पीछे क्या तर्क दिया?

उन्होंने कहा कि माचाडो का "सिविल साहस" और "जनता की आवाज़ को दबाने के बावजूद आगे बढ़ना" नॉबेल के मूल उद्देश्यों के साथ मेल खाता है, विशेषतः लोकतांत्रिक अधिकारों और शांति के प्रचार में।

डोनाल्ड जे. ट्रम्प को माचाडो ने क्यों उल्लेख किया?

ट्रम्प ने 2025 में पुनःस्थापित राष्ट्रपति पद के दौरान वेनेज़ुएला की लोकतांत्रिक चुनौतियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया और आर्थिक सहायता तथा राजनयिक दबाव के माध्यम से समर्थन प्रदान किया, जिससे माचाडो ने उनका उल्लेख किया।

क्या यह पुरस्कार भविष्य में अन्य लैटिन अमेरिकी नेताओं को भी मिल सकता है?

नॉबेल समिति ने पहले भी लातीनी अमेरिका के लोकतांत्रिक संघर्षियों को सम्मान दिया है, जैसे 1979‑में मेक्सिको के बैंकर। इस पुरस्कार से यह संकेत मिलता है कि क्षेत्रीय मानवीय संघर्षों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अधिक मान्यता मिल रही है, पर चयन हमेशा व्यक्तिगत योगदान पर निर्भर करता है।

ओस्लो में इस घोषणा का माहौल कैसा था?

नॉबेल संस्थान में लगभग दो सौ पत्रकारों का समूह इकट्ठा था। माइक्रोफ़ोन के सामने कुछ क्षणों में, एंटी‑वायरस स्क्रीन पर माचाडो की वीडियो कॉल आ गई और सभी ने चुपचाप उनकी प्रतिक्रिया को सुनकर तालियों की गड़गड़ाहट की प्रतीक्षा की।