इन Jio यूजर्स को 8 महीने तक के लिए फ्री होगा 4G डाटा, कही इनमें आप भी तो नहीं
— March 17, 2018टेक डेस्क: रिलायंस एक बार फिर अपने यूजर को खुश करने के लिए नए ऑफर लाया है. इस नए ऑफर…
पर्बिंद कुमार. ब्लॉग. निकाय चुनाव में क्या समाजवादी पार्टी ने पहले ही हार मान लिया है? एक तरफ बीजेपी ने निकाय चुनाव को नाक का प्रश्न बना लिया है तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव चुनाव प्रचार से दूर है. क्या अखिलेश यादव निकाय चुनाव में हार का ठीकरा अपने सर नहीं लेना चाहते है इसलिए उन्होंने चुनाव से खुद को दूर रखा है. क्या समाजवादी पार्टी बिना बड़े नेताओं के प्रचार से निकाय चुनाव जीत जाएगी. बीजेपी, कांग्रेस, बसपा सहित सभी पार्टी के बड़े नेताओं ने निकाय चुनाव में पार्टी की कमान संभाली है.
समाजवादी पार्टी जिस तरह से चुनाव में अभी से ईवीएम और मतदाताओं के नाम नहीं होने का मुद्दा बना रही है इससे साफ़ दिख रहा है कि निकाय चुनाव के रिजल्ट के बाद पार्टी वैसे सभी मुद्दों को बहुत तेजी से उठाएगी जिससे जनता के बीच सन्देश जाये की हार चुनाव आयोग की गलती और ईवीएम से हुई है.
समाजवादी पार्टी ने निकाय चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन करने की कोशिश नहीं की. अगर कांग्रेस, बसपा साथ में चुनाव लड़ते तो लोकसभा से पहले बीजेपी के मनोबल को गिराया जा सकता था लेकिन अगर निकाय चुनाव में हार होती है तो सपा के कार्यकर्ताओं का मनोबल अभी से गिर जायेगा.
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