ताजा मामला: प्रदेश में मोदी का मिशन हुआ फेल, लोगों ने कहा…..
— January 30, 2017
Edited by: chandramohan pandey on January 30, 2017.
असगर नकी, अमेठी: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल स्वच्छ भारत अभियान को इस वीवीआईपी जिले में तगड़ा झटका लगा है. प्रोजेक्ट के लिए हजारों करोड़ का बजट रखा तो गया लेकिन हकीकत में ये सिर्फ कागजों पर ही खर्च होता रहा. यहाँ अफसरों और पंचायती राज विभाग का सिंडिकेट पीएम के स्वच्छ भारत अभियान पर भारी पड़ा है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएम देश की करीब 113 सेवाओं पर अधिभार लगाकर आमजनता से इस अभियान के नाम पर करोड़ों की वसूली कर रहे हैं.
मुसाफिरखाना के चन्दीपुर ग्रामसभा के अंतर्गत कैलाशपुर में भी शौचालय निर्माण के नाम पर अफसरों ने ठेकेदार से मिलकर कई खेल किये हैं. यहाँ मानकों को दरकिनार कर शौचालयों के निर्माण में भारी घोटाला हुआ है. कैलाशपुर में शौचालयों के निर्माण में लाखों का घोटाला और मानक के विपरीत निर्माण कार्य हुआ है. इस ग्राम पंचायत के ग्रामप्रधान, ग्रामपंचायत अधिकारी व ठेकेदार ने सेटिंग के जरिये इस गांव मे भारत सरकार की योजना स्वच्छ भारत कोे अभियान को बखूबी पलीता लगाया है. गांव मे लगभग 50 शौचालयो इस उद्देश्य से दिया गया ताकी प्रधानमंत्री के सपने को पंख लगे और गांव शौच मुक्त हो लेकिन हुआ इसके उलट.
ग्रमीणों का कहना है कि आनन फानन एवम जैसे तैसे शौचालयो का निर्माण कराकर विभागीय दलाल ठेकेदार और सरगना मालामाल हो गये. जनपद के मुसाफिरखाना विकास खण्ड के चन्दीपुर कैलाशपुर ग्राम सभा में सरकार का लाखो रुपये खर्च होने के बाद भी हमारे यहाँ शौचालय के बनने में सबसे निम्न कोटि की ईटे यानि पीले इंटों से भी बदत्तर ईंट एवं सिर्फ बालू और पानी मिलाकर शौचालय की दीवारे जोड़ी गयी है. यही नहीं सीमेंट का इस्तेमाल न के बराबर है और औऱ जैसे तैसे शौचालयो की दीवारों तो खड़ी कर दी गयी लेकिन शीट को आज तक ही नही बिठाया गया. ग्रमीणों का कहना है कि जब कंबोर्ड ही नही है तो शौच कहा करे. मजबूरन हम लोग खेत खलियान में शौच जानें के लिए मजबूर है. कमोवेश पूरे गाँव के शौचालयो में कमबोर्ड ही नही बिठाया गया है वही नाम न छापने की शर्त पर एक विभागीय दलाल ने बताया कि इन शौचालयो की राशि को आहरण करके आपसी बन्दरबाँट कर ली गयी है.
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