इन Jio यूजर्स को 8 महीने तक के लिए फ्री होगा 4G डाटा, कही इनमें आप भी तो नहीं
— March 17, 2018टेक डेस्क: रिलायंस एक बार फिर अपने यूजर को खुश करने के लिए नए ऑफर लाया है. इस नए ऑफर…
न्यूज़ डेस्क: योगी आदित्यनाथ ने यूपी लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के माध्यम से हुई 20 हजार भर्तियों के जांच कि मांग की थी. इस जांच के लिए योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार से सिफारिश भी की थी. इस जांच पर अब सीबीआई ने अपनी सहमति दे दी है. आपको बता दे कि यह भर्ती अखिलेश यादव के सरकार के दौरान की गयी थी.
सीबीआई के जांच के घेरे में 1 मार्च 2012 से लेकर 31 मार्च 2017 के बीच हुई करीब 20 हजार भर्तियां है. इस जाँच के अन्दर पीसीएस से लेकर डॉक्टर और इंजीनियर तक के पद शामिल है. आपको बता दे कि इस बड़े घोटाले को लेकर इलाहाबाद में छात्रों ने आरोप लगाते हुए लंबा आन्दोलन भी चलाया था.
यहाँ तक कि यूपीपीएससी के अध्यक्ष पद पर अनिल यादव को लेकर भी खूब बवाल हुआ था. उन पर आरोप लगे थे वे पद के लिए योग्य नहीं है. यहाँ तक कि यहाँ तक कहा गया था कि इनकी नियुक्ति राजनीतिक आधार पर हुई थी. हाईकोर्ट में यह मामला पहुंचे जाने पर उन्हें पद से हटना पड़ा. भर्ती से जुड़े करीब 700 मामले आदालतों में लंबित हैं.
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