इन Jio यूजर्स को 8 महीने तक के लिए फ्री होगा 4G डाटा, कही इनमें आप भी तो नहीं
— March 17, 2018टेक डेस्क: रिलायंस एक बार फिर अपने यूजर को खुश करने के लिए नए ऑफर लाया है. इस नए ऑफर…
देश में कल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही पुरे विपक्ष को बड़ा झटका लगा है. समाजवादी पार्टी के सरंक्षक तथा आजमगढ़ से सांसद मुलायम सिंह यादव के साथ ही उनके अनुज शिवपाल सिंह यादव के रुख से समाजवादी पार्टी के विधायकों का एकजुट होने में संदेह है. जहाँ एक तरफ मुलायम सिंह यादव एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को पहले ही मजबूत तथा अच्छा प्रत्याशी मान चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ शिवपाल सिंह यादव ने भी खुलकर रामनाथ कोविंद की गहरी प्रशंसा की है.
मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ में रामनाथ कोविंद के सम्मान में आयोजित डिनर में मजूद हुए थे जहाँ उन्होंने कहा कि उनके रामनाथ कोविंद से बहुत ही मधुर संबंध हैं. इस मामले में इटावा के जसवंतनगर से विधायक और अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शिवपाल सिंह यादव ने तो साफ कह दिया है कि उनका मत रामनाथ कोविंद को ही जाएगा.
विपक्ष के इन दो मजबूत नेताओं ने ही मीरा कुमार के वोट बैंक में सेंध लगा दी है. उत्तर प्रदेश के समाजवादी परिवार में झगड़े का असर राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की एकता पर भी पड़ रहा है. यह तय है कि मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव क्रॉस वोटिंग करेंगे. समाजवादी पार्टी के यह दोनों दिग्गज अखिलेश यादव तथा मीरा कुमार की अपील से अलग एनडीए उम्मीदवार को वोट देंगे.
राष्ट्रपति पद के चुनाव में बीजेपी की अगुवाई एनडीए के बढ़ते जनाधार को देखते हुए विपक्षी नेताओं के सामने अस्तित्व का खतरा पैदा हो गया है। वोटों के गणित के हिसाब से संयुक्त विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार वैसे ही पिछड़ती दिख रही हैं. इसके बाद मुलायम सिंह यादव तथा शिवपाल सिंह यादव के पाला बदलने के चलते उनकी दावेदारी और भी कमजोर होती दिख रही है.
याद दिला दें की मुलायम सिंह यादव ने 20 जून को लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से रात्रि भोज में शिरकत करके राष्ट्रपति चुनाव में कोविंद का ही समर्थन करने के स्पष्ट संकेत दिये थे. जबकि अखिलेश यादव तथा बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने निमंत्रण मिलने के बाद भी रात्रिभोज का बहिष्कार किया था.