विधानसभा चुनाव में दोबारा हारने के बाद मायावती को लगता है एक और बड़ा झटका!
— April 1, 2017
Edited by: admin on April 1, 2017.
बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती ने यूपी की सत्ता में लौटने के लिए विधानसभा चुनाव के दौरान काफी प्रयास किया था. लेकिन इस बार भी उन्हें सफलता नहीं मिली. यानि कि बसपा दोबारा चुनाव हार गई और मायावती का फिर से मुख्यमंत्री बनने का सपना सपना ही रह गया. इस चुनाव में बसपा का हाल ऐसा हुआ कि वो यूपी में विपक्ष की कुर्सी पर नहीं बैठ सकी. आपको बता दें कि उसके बाद यह खबर आ रही है कि बसपा को अब एक और तगड़ा झटका लगा सकता है. क्योंकि मायावती से उनके कुछ अपने नेता उदास हो गए हैं. जो नई पार्टी का गठन करके बसपा से अलग हो सकते हैं.
कहा जा रहा है कि पार्टी का असंतुष्ट कुनबा 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के दिन यह बड़ा ऐलान कर सकता है. जो लोगों के लिए बसपा का विकल्प बन सकती है. साथ ही इससे बसपा की मुश्किल भी बढ़ सकती है. कहा जा रहा है इसको लेकर बसपा के पूर्व मंत्री कमलाकांत गौतम और बसपा मुखिया के पूर्व ओएसडी गंगाराम आंबेडकर 13 अप्रैल को राज्य स्तरीय सम्मेलन बुलाने का आह्वान भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘मिशन सुरक्षा परिषद’ नामक नया समूह का गठन होगा.
आंबेडकर ने कहा, ‘हमने उन सभी बीएसपी समर्थकों से साथ आने की अपील है जो पार्टी संस्थापक कांशी राम के बहुजन मिशन पर काम करना चाहते हैं. बाबा साहब की जयंति पर एक नया फोरम बनाया जाएगा.’ उन्होंने यह भी कहा, ‘हमने 2012 में सत्ता गंवा दी, 2014 के लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाए और अब विधानसभा चुनाव में सिर्फ 19 सीटें जीत सके. ये तमाम बातें साफ करती हैं कि कांशी राम द्वारा बनाई गई पार्टी का वोट बेस तेजी से सिकुड़ रहा है.’
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