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— January 28, 2018सोशल मीडिया एक अच्छा खासा मनोरंजन का साधन है हर दिन कुछ न कुछ वायरल होते रहता है जो आपका…
न्यूज़ डेस्क : यूपी के बुंदेलखंड में मायावती को तगड़ा झटका लगा है. बसपा के कद्दावर नेता ने मायावती का साथ छोड़ दिया है. बुंदेलखंड में बसपा के लिए जमीन तैयार करने में महतवपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिग्गज नेता तथा बिहार और झारखंड के बसपा प्रभारी तिलकचन्द्र अहिरवार ने पार्टी छोड़ दी है.
खबर के अनुसार अभी तिलकचन्द्र अहिरवार के पार्टी छोड़ने के कारण का पता नहीं चल पाया है. बताया जा रहा है कि अहिरवार ने पार्टी छोड़ने को लेकर बसपा सुप्रीमों मायावती को पत्र लिखा है. हालांकि, उन्होंने पार्टी छोड़ने के पीछे का कारण अपनी खराब स्वास्थ्य को बताया है. पर दूसरी ओर वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बसपा का लगातार सिकुड़ता जनाधार, कार्यकर्त्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई बड़ी पहल नहीं किए जाने तथा पार्टी में स्वयं उनके अब लगभग हाशिये पर आने जैसे कारणों के चलते अहिरवार ने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है.
बसपा के कद्दावर नेता में सुमार रखने वाले तिलकचन्द्र अहिरवार ने पार्टी के लिए ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ 30 वर्षों तक प्रमुख पदों पर काम किया. जिसके बाद उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती को मेल भेज बताया कि स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह अब पार्टी के साथ जुड़े नहीं रह सकते हैं. इसलिए वह बिहार-झारखंड राज्य के प्रभारी समेत सभी अन्य पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. अहिरवार पार्टी के सक्रिय और मिशनरी कार्यकर्त्ता के रूप में जाने जाते हैं.1996 में उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद उन्हें जालौन जिला प्रभारी और दिल्ली प्रदेश प्रभारी भी बनाया गया था. अभी वह बिहार और झारखंड के प्रभारी के रूप समेत अन्य पद की जिम्मेदारी पार्टी में निभा रहे थें.
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