इस प्रोसेस के ज़रिये अब आप आसानी कर सकते हैं अपने आधार डिटेल्स को लॉक, जानिए
— August 3, 2017इन दिनों आधार की अहमियत बढ़ती ही जा रही जिसे ध्यान में रखते हुए उसे संभालकर रखना बहुत जरुरी हो…
इस मामले पर बातचीत के दौरान वरिष्ठ जेल अधीक्षक संतलाल यादव ने बताया कि, गुरुवार सुबह करीब पौने 11 बजे मेरे सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई. कॉल करने वाले ने बताया कि सांसद जी बात करना चाहते हैं और जिस शख्स ने फोन पर बात की, उसने खुद को सांसद बताया. उन्होंने कहा की नाम और संसदीय क्षेत्र पूछने के बाद भी वे नहीं बता पाए. बातचीत करने वाले ने कहा कि उनके कुछ लोग जेल के गेट पर खड़े हैं और एक बंदी से मिलना चाहते हैं, उन्हें जल्दी मिलवा दिया जाए.
इन सब के बाद जेल के गेट पर खड़े युवक का फोन आया. युवक ने बताया कि उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहन भी उत्तराखंड से आई हैं. उन सभी को बिजनौर में मुख्यमंत्री की बैठक में जाना है इसलिए जल्दी से मिलवा दो. मगर इन सब की तो पोल तब खुली जब गेट पर इनकी आईडी ली गई. सीएम की बहन और सांसद के करीबी बताने वाले ये सभी बागपत के रहने वाले निकले.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक संतलाल यादव ने बताया की मुख्य गेट पर ही दोनों युवकों की फोटो आईडी जमा कर ली गई है. आईडी के मुताबिक वह बागपत के सिंघावली अहीर के रहने वाले थे. दोनों युवक और महिला जेल में बंद अरुण से मिलने आए थे. अरुण, ऊधम सिंह का शूटर है जो की एक मामले जेल में बंद है. इन लोगों की मिलाई जनता के समयानुसार ही कराई गईमगर उन पर कोई कार्रवाई भी नहीं की गई. फिर भी यह सवाल बना हुआ है की आखिरकार वो लोग झूठ बोल कर क्यों आये?
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