यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखलेश यादव को कांग्रेस से गठबंधन करने पर कोई ऐतराज नहीं हैं. इस बात का सीधा संकेत उन्होंने एचटी लीडरशिप में बातचीत के दौरान दिया. साथ ही उन्होंने इस बात पर भी यकीन जताया कि सपा और कांग्रेस मिलकर यूपी की कई सीटों पर बड़ी जीत हासिल कर सकती है. उन्होंने कहा कि अगर सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेगी तो यूपी की 405 विधानसभा सीटों में से 300 से ज्यादा सीटों पर जीत आसानी से मिल सकती है.
इसके साथ ही अखिलेश ने सीटों के बंटबारे का जिक्र करते हुए यह कहा कि अगर कांग्रेस यूपी में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती हैं, उसे कम सीटों पर चुनाव लडने की बात को मानना होगा. उन्होंने सुझाव देते हुए ये भी कहा कि कांग्रेस को अपना ‘नफा-नुकसान’ छोड़कर गठबंधन के बारे में सोचना चाहिए. तभी गठबंधन का मकसद पूरा हो सकता है. बताया जा रहा है कि इस मौके पर उन्होंने बहुजन समाजवादी पार्टी का भी जिक्र भी किया. उन्होंने इस पार्टी के साथ गठबंधन की बात को सिरे से खारिज कर दिया.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा मुखिया पर प्रहार करते हुए कहा कि यूपी चुनाव में बसपा चुनावी रेस से बाहर है. इसीलिए बसपा के साथ गठबंधन का कोई सवाल नहीं पैदा नहीं होता है. उन्होंने यह भी कहा कि वो अब बसपा सुप्रीमों मायावती को कभी बुआ कहके भी नहीं संबोधित करेंगे. आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले मायावती ने अखिलेश की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि बबुआ(सीएम अखिलेश) गठबंधन के लिए मारा मारा फिर रहा है. मायावती ने यह भी कहा था कि अखिलेश गठबन्धन की बात करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास गये थे.
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