केंद्र सरकार के खिलाफ शिवपाल ने कहा आंदोलन छेड़ने का ऐलान
— November 17, 2016लखनऊ: मोदी सरकार के नोटबंदी और नीतियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपने समर्थोको से…
केंद्र सरकार द्वारा देश में बढ़ रहे कालाधन और अवैध नोटों के धंधे पर नकेल कसने के लिए 8 नवम्बर से 1000 और 500 के पुराने नोटों को बंद करने का ऐलान कर दिया था. लेकिन मोदी सरकार द्वारा जहां अचानक लिए गये इस फैसले से देश की जनता के बीच अफरातफरी मच गई. तो वहीं नोट बंदी की घोषणा के बाद कई नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर हमला करते हुए उनपर बड़ा आरोप भी लगाया. केंद्र सरकार पर आरोप लगाने वाले इन नेताओं में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल भी शामिल हैं.
अरविंद ने यह भी कहा, “मार्केट में 500 और 1000 के नोट चेंज करवाने के लिए दलाल घूम रहे हैं. ब्लैक मनी वाले अपना पैसा प्रॉपर्टी, सोना और डॉलर खरीदने में लगा रहे हैं. सरकार कह रही है कि ढाई लाख से ज्यादा रुपए अगर बैंक में जमा कराए तो एक्शन लिया जाएगा दरअसल वो यह रही है ढाई लाख से ज्यादा जमा मत कराओ, क्योंकि बाकी पैसे बदलने के लिए दलाल आपके पास आ रहे हैं.”
केजरीवाल ने यह भी कहा, “नोट बदलने और एटीएम से पैसे निकालने के लिए कौन लोग लाइन में लगे हैं? वो आम जनता है.” जान-बूझकर यह क्राइसिस पैदा की गई, जिससे लोग दौड़े-दौड़े सरकार के दलालों के पास भागें. ये मोदी जी का ये सर्जिकल स्ट्राइक ब्लैक मनी के ऊपर नहीं, आम जनता के बरसों से जोड़े हुए सेविंग्स पर है. ये जो अफरा-तफरी मची है, उससे किसी ब्लैक मनी का पता नहीं चलने वाला. इससे ब्लैक मनी की बस जगह बदल जाएगी.”
आपको बता दें कि केजरीवाल से पहले मोदी सरकार द्वारा देश से 1000 और 500 के नोट बंद करने के फैसले के बाद यूपी के नगर विकास मंत्री आजम खां ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री ढाई वर्ष में कालेधन वालों ने तो इसे पहले ही सफेद कर लिया था. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी पूंजीपति पीएम मोदी के नजदीक हैं. उन्हें 1000 और 500 के नोट बंद होने की पहले ही जानकारी थी. आजम के मुताबिक पीएम मोदी हमेशा पूंजीपति के करीब ही रहते थे.
इसके साथ ही आजम ने करेंसी बदलन की जानकारी को लेकर यह कहा कि अगर हमारे देश का बादशाह(पीएम मोदी ही) इसी तरह जनता को ठगने का काम करेगा तो उसे आम जनता की हालत क्या होगी? आजम के मुताबिक प्रधानमंत्री को नोट बंद करने का काम शपथ लेने के एक हफ्ते बाद ही कर देना चाहिए था. आजम ने ये बातें जौहर यूनिवर्सिटी में मीडिया से बातचीत करने के दौरान कही थी.
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