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आज गुजरात में तीन राज्यसभा सीटों के लिए होने वाला है. यह मतदान काफी दिलचस्प होने वाला है. इस चुनाव में बीजेपी का दावा है कि इन तीन में दो सीटों पर अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत पक्की है. वहीं तीसरी सीट पर कांग्रेस के अहमद पटेल खड़े हुए हैं. आपको बता दें की कांग्रेस के छह विधायक पहले ही पार्टी से अलग हो चुके हैं. लेकिन इन सब के बीच पार्टी के लिए राहत की बात है कि एनसीपी मतदान में कांग्रेस को सपोर्ट करेगी.
एक तरफ एनडीटीवी की मानें तो एनसीपी चीफ शरद पवार के हवाले से कहा कि वह अहमद पटेल को समर्थन देंगे. लेकिन वहीँ दूसरी तरफ उनकी पार्टी के एक विधायक ने यह आदेश मानने से इनकार कर दिया है. और उन्होंने बीजेपी को वोट डालने की बात कही है.
इन सबसे अलग कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक शंकर सिंह वाघेला ने भी साफ कर दिया है कि वो नोटा के लिए वोट नहीं करेंगे. वहीँ कई दिन के चल रहे नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को कर्नाटक से वापस गुजरात बुला लिया है. गुजरात में करीब दो दशक के बाद राज्यसभा का चुनाव हो रहा है. यहां से बड़े दलों के अधिकृत प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो जाते थे लेकिन इस बार मामला अलग है. इस बार भाजपा ने पांचवें कार्यकाल के लिए किस्मत आजमा रहे पटेल के सामने अपने उम्मीदवार को उतार दिया है.
तीन राज्यसभा सीटों के लिए भाजपा ने यहां पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह राजपूत को उतारा है. राजपूत हाल तक सदन में कांग्रेस के मुख्य सचेतक थे. शाह और ईरानी का उच्च सदन में पहुंचना तय माना जा रहा है लेकिन राजपूत को जिताने और पटेल को हराने के लिए भाजपा को अतिरिक्त वोट हासिल करने होंगे. पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह चुनाव किसी की प्रतिष्ठा से नहीं जुड़ा. मुझे अपने विधायकों पर पूरा भरोसा है. कांग्रेस के इन 44 विधायकों के अलावा राकांपा के दो और जदयू के एक विधायक मेरे लिए वोट देंगे.’’
गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्यसभा की चुनावी जंग ने सियासी माहौल काफी गरम कर दी हैं. आपको बता दें की अहमद पटेल को जीतने के लिए 45 मत चाहिए. वर्तमान में उनकी पार्टी के पास 44 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. अगर इनमें से कोई भी अगर क्रॉस वोटिंग नहीं करता है या फिर नोटा विकल्प का प्रयोग नहीं करता है तो उस स्थिति में भी कांग्रेस को पटेल की जीत सुनिश्चित करने के लिए एक अतिरिक्त मत की आव्य्श्कता है.
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