सीएम योगी ने फर्जी शिक्षकों के खिलाफ उठाया शख्त कदम, कहा….!
— June 15, 2017
Edited by: satish kumar on June 15, 2017.
न्यूज़ डेस्क: यूपी के योगी सरकार ने शिक्षा वयवस्था को दुरुस्त करने के लिए अब शिक्षकों को पहले दुरुस्त करने का फैसला किया है.इसके लिए यूपी के प्राइमरी स्कूलों में अब शिक्षकों की फोटो दीवारों पर चिपकायी जाएगी. यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि ऐसी शिकायत मिली थी कि कुछ शिक्षक ऐसे है जो अपने स्थान पर दूसरे को पढ़ाने को भेज देते है. अफसरों का कहना है कि ‘हम ऐसा इसलिए करने को मजबूर हैं क्योंकि कुछ टीचर्स के बारे में ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि वे खुद स्कूल आने के बजाए किराए पर लोगों को वहां भेजते हैं.
इस दौरान जो असल टीचर हैं, वो घंटों स्कूल से बाहर रहते हैं और इससे एब्सेंट होने की अलग समस्या होती है. फिलहाल स्कूल गर्मी की छुट्टी के चलते बंद हैं, लेकिन जब बच्चों का 1 जुलाई से सेशन शुरू होगा तो उन्हें उनके असल टीचर्स की फोटो दीवारों पर चिपकी मिलेगी. बेसिक एजुकेशन के एडिशनल डायरेक्टर का कहना है कि ‘ये एक अच्छा कदम होगा. इससे अभिभावक असल टीचर्स को पहचान कर उन पर भरोसा कर सकेंगे. इसके जरिए हम पैरेंट्स-टीचर के बीच एक कनेक्शन भी बना पाएंगे. टीचर की फोटो के साथ उस पर टीचर का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा होगा। और सबसे जरूरी इससे फेक टीचर्स के बारे में चेक किया जा सकेगा.
इस पर बिजनौर के बेसिक शिक्षा पदाधिकारी का कहना है कि मैंने इससे संबंधित मौखिक निर्देश जारी कर दिए हैं. जल्द ही टीचर्स की फोटो को दीवारों पर चिपकाने का काम शुरू हो जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस कदम से राज्य में बेसिक एजुकेशन की हालत में सुधार होगा. अब हम स्कूल स्टाफ की प्रमाणिकता को वेरीफाई कर पाएंगे शर्मा ने कहा, पहले गांववालों को ये भी नहीं पता होता था कि स्कूल में कितने टीचर्स अप्वाइंट किए गए हैं. कई बार स्कूलों में छापेमारी के दौरान हमने पाया कि कुछ टीचर्स काम पर आते ही नहीं हैं और स्कूल में साइन की हुई छुट्टी की एप्लीकेशन रख देते हैं. राज्य की लगतातार शिक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने चिंता जताई थी. यह फैसला योगी ने पिछ्ले महीने गोरखपुर दौरे के मीटिंग के दौरान लिया था.
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