लखनऊ में हुआ बड़ा सड़क हादसा, कई लोगों की हुई मौत
— November 1, 2016लखनऊ: राजधानी में इलाज के लिए मरीज लेकर आ रही एम्बुलेंस ने साइड लेने के दौरान ट्रक मे पीछे से…
यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 61 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है, ये हम नहीं कह रहें है बल्कि इस बात का खुलासा कैग रिपोर्ट में हुआ है. जिस जानने के बाद यूपी सरकार पूरी से तरह से हिल जाएगी क्योंकि मुख्यमंत्री अखिलेश से लेकर सपा सरकार के तमाम मंत्री यही कहते आएं हैं कि यूपी की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त है और यहां की महिलाएं भी बिल्कुल सुरक्षित हैं. लेकिन कैग के द्वारा सूबे के 20 जिलों में कराए गए सर्वे के बाद सामने आए रिपोर्ट ने यूपी में महिला सशक्तीकरण की पोल खोल दी हैं.
इस मामले में प्रधान महालेखाकार पी.के.कटारिया ने यह जानकारी दी हैं कि ये रिपोर्ट भारत सरकार के नियन्त्रक महालेखा परीक्षक की ओर से विधानसभा के पटल पर रखी गई है. साथ ही इस रिपोर्ट के जरिए राज्य सरकार को कुछ सुझाव भी दिए गएं हैं जिसके द्वारा प्रदेश के महिलाओं से जुड़े 11 योजनाओं में व्यापक सुधार हो सकेगा. इस रिपोर्ट को लेकर राजनीती से जुड़े जानकारों का यह कहना हैं कि कैग सरकार के लिए ही काम करता है. यह कोई निजी संस्था नहीं है, जिसपर सपा सरकार सवाल खड़े कर सकती हैं.