इन Jio यूजर्स को 8 महीने तक के लिए फ्री होगा 4G डाटा, कही इनमें आप भी तो नहीं
— March 17, 2018टेक डेस्क: रिलायंस एक बार फिर अपने यूजर को खुश करने के लिए नए ऑफर लाया है. इस नए ऑफर…
न्यूज़ डेस्क: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश की सबसे विवादित हिंदी फिल्म ‘पद्मावत’ को साफ़ तौर एक बकवास फिल्म बताया है. उन्होंने देश के सभी मुसलमानों से यह फिल्म न देखने की अपील की है.
वारंगल शहर में बीते बुधवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने मुसलमानों और खासतौर पर युवाओं से ‘पद्मावत’ न देखने की अपील की. ओवैसी ने कहा कि यह फिल्म सिर्फ वक्त और पैसे की बर्बादी है. ओवैसी ने इस फिल्म को बकवास बताया है और सभी लोगो से अनुरोध किया कि फिल्म देखने में अपना समय बर्बाद न करें. उन्होंने कहा कि यह संयोग कि बात है कि इस फिल्म की कहानी एक मुसलमान लेखक ने लिखी है.
असदुद्दीन ओवैसी यहाँ तक की यह भी कहा कि यह फिल्म ‘पद्मावत’ एक ‘मनहूस’ और ‘गलीज’ फिल्म है. इस फिल्म को मत देखिए. भगवान ने आपको यह 2 घंटे की फिल्म देखने के लिए नहीं बनाया है. उन्होंने आपको एक अच्छे जीवन के लिए और उस जीवन में अच्छे काम करने के लिए बनाया है, जिससे आपको सदियों तक याद रखा जाए.
इस फिल्म को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 सदस्यों का पैनल इस बकवास फिल्म के रिव्यू के लिए गठित किया, जिसने कई दृश्य हटवाए. यह कहानी कवि मलिक मोहम्मद जायसी ने 1540 में लिखी थी लेकिन इसका कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है. इसके बावजूद भी उपन्यास पर आधारित यह घटिया फिल्म को दिखाने के लिए सरकार काफी दिलचस्पी दिखा रही है. वही ओवैसी ने कहा कि जब बात मुस्लिम कानून ट्रिपल तलाक मुद्दे की आती है तो प्रधानमंत्री मुस्लिम नेताओं से सुझाव लेना जरूरी नहीं मानते है.
ओवैसी ने कहा कि देश के मुसलमनों को राजपूतों से कुछ सीखना चाहिए, जो अपनी रानी के समर्थन में खड़े हैं. वही मुसलमान बंट जाते हैं, और वह इस्लाम के नियमों में बदलाव होने पर भी आवाज बुलंद नहीं करते हैं.
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