नई दिल्लीः देश में नोटबंदी के बाद जनता की परेशानीयों को देखकर जहां कई राजनेता पहले से ही सरकार का विरोध कर रहे हैं तो अब वहीं बड़े उद्योगपति और टाटा ग्रुप के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने भी सरकार को एक बड़ी सलाह दी हैं. उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के कारण आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसीलिए सरकार को गरीबों और जरूरतमंदों को पैसे की समस्या को दूर करने के लिए ठीक उसी प्रकार से कदम उठाना चाहिए जैसे राष्ट्रीय आपदा की हालत उत्पन्न होने पर उठाया जाता है.
हालांकि की रतन टाटा ने नोट मुहैया कराने को लेकर सरकार की थोड़ी तारीफ भी लेकिन फिर आम लोगों को इसका पूर्ण लाभ न मिल पाने पर उन्होंने अपनी चिंता भी व्यक्त की. उनके मुताबिक सरकार अगर नोटबंदी के बाद उत्पन्न हुई परेशानी को दूर करने लिए राष्ट्रीय आपदा के दौरान उठाये जाने वाले कदम उठाते हैं तो जनता में एक सकरात्मक सन्देश जाएगा और जनता को यह महसूस होगा की सरकार उनकी काफी चिंता करते हैं.
रतन टाटा का यह भी कहना है कि जनता के लिए मेडिकल इमरजेंसी और सर्जरी जैसे इलाज के लिए नोटबंदी के कारण कड़ी बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. कैश की दिक्कत की वजह से कई गरीब रोजाना की जरूरत और खाने-पीने तक के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं. उनके अनुसार सरकार को जल्द से जल्द इन लोगों की समस्या को दूर करने के लिए खास इंतजाम करन चाहिए. रतन टाटा यह भी बताते हैं कि सरकार को कम से कम हेल्थकेयर सेगमेंट और छोटे अस्पतालों को लेकर पहले सोचना चाहिए था. क्योंकि नोटबंदी से यहां आने वाले लोगों को ज्यादा परेशान होना पड़ रहा है.
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