दशहरा पर जियो का भारी ऑफर…
— September 20, 2017आज काक त्योंहारों का मौसम शुरू हो गया है. और इस सीजन को और ख़ास बनाने के लिए रिलायंस जियो…
file photo
ऐसा कहा जाता है कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नीतियों पर चलती है. जबकि आरएसएस को बीजेपी को आगे ले जाने के लिए प्रयासरत भी रहती है. कहा जा रहा है कि अब आरएसएस ने बीजेपी सरकार की लोकप्रियता जानने के लिए अपने कई संगठनों से इसका का फीडबैक मांगा. जिसमें यह बात सामने आई कि आर्थिक सुस्ती, बेरोजगारी, नोटबंदी के निरर्थक रहने और किसानों में असंतोष की बात सामने आई. जो बीजेपी की घटती लोकप्रियता और लोगों में बढ़ती निराशा का साफ संकेत है. इसको लेकर भी आरएसएस ने भी बीजेपी को आगाह किया है.
संगठन को यह मालूम चला है कि मौजूदा समय में लोगों के बीच मोदी सरकार के प्रति नकारात्मक बहस और बयानबाजी की जा रही है. हालांकि अभी कई लोग बीजेपी और पीएम नरेन्द्र मोदी के पक्ष में बयान दे रहे हैं. आरएसएस यह बात भी मान रही है कि पीएम अभी भी लोगों में लोकप्रिय हैं लेकीन इससे बीजेपी की जीत सुनिश्चित नहीं होती है. इसका उदहारण देते हुए आरएसएस ने यह कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी काफी लोकप्रिय प्रधानमंत्री थे लेकिन इसके बावजूद भी बीजेपी ने 2004 के चुनाव में करारी हार का सामना किया था.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बीजेपी के आर्थिक नीतियों से आरएसएस काफी नाराज हैं. द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में एक आरएसएस नेता ने यह कहा कि बीजेपी सरकार आने के बाद लोगों को यह लग रहा था कि देश में कालाधन को वापस लाया जाएगा. लेकिन बीजेपी और पीएम मोदी अपने वादे पर खड़े नहीं उतरे पाये. जिसके कारण लोगों को यह एहसास हुआ कि वो ठगे गए हैं. इतना ही नहीं है कहा जा रहा है कि आरएसएस से जुड़ा एक भारतीय मजदूर संघ केंद्र सरकार के आर्थिक नीतियों के खिलाफ राजधानी दिल्ली में 17 नवंबर को प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया है.
यह भी पढ़ें:
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर बड़ा हमला बोला है!
सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में आरएसएस कार्यालय पर बड़ा हमला…
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के बयान पर आरएसएस नेता उनसे कहा कि वो अब…!
Leave a reply