ये क्या अब कॉफी से चलेगी यहाँ की बसें…
— November 28, 2017इस टेक्नोलॉजी के दौर में रोज नए-नए अविष्कार होते रहतें हैं. अभी तक आपने देखा होगा पेट्रोल और डीजल से…
लाखों लोगों का नाम वोटर लिस्ट से गायब थे जबकि उनके पास वोटर आईडी और आधार प्रमाण पत्र मौजूद थे. आखिर यह कैसे हुआ. पहले चरण के वोटिंग में इतनी बड़ी सख्या में शिकायत नहीं आई थी. इतनी बड़ी चुक क्या एक साजिश है? या सिर्फ एक मानव की गलती या कुछ और इसपर जवाब तो चुनाव आयोग देगा. लेकिन राजनीतिक पार्टियां इसे साजिश से जोड़ कर देख रही है.
जब वोट ही नहीं डालने देना तो लोकतंत्र की ढकोसलेबाज़ी क्यूँ ?
खुल कर तानाशाही घोषित कर दो !
— Pankhuri Pathak (@pankhuripathak) November 26, 2017
#UPCivicPolls2017 के दूसरे चरण का मतदान पूरी तरह अव्यवस्था ,अधूरी तैयारी,धोखाधड़ी, जालसाजी की भेंट चढ़ रहा,दर्जनों जगह मशीनें खराब हुई, मतपत्रों पर पहले से BJP के चुनाव चिन्ह के सामने मुहर लगी मिली, पूरा-पूरा मुहल्ला वोटर लिस्ट से गायब मिला ऐसे चुनाव का क्या मतलब, रद्द हो मतदान।
— Vipin Rathaur (@VipinRathaur) November 26, 2017
अकेले मथुरा में 1.5 लाख लोगों का नाम वोटर लिस्ट से ग़ायब.
CBI या न्यायिक जाँच क्यूँ नहीं होनी चाहिए ?
निकाय चुनाव में प्रशासन की बढ़ी लापरवाही देखने को मिली है. वोटर लिस्ट से आम वोटरों की बात छोड़िए कई विधायक, सांसद, बड़े अधिकारीयों का नाम भी वोटर लिस्ट से गायब था. चमरौवा से सपा विधायक नसीर खां का नाम मतदाता सूची से गायब हो गया, इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया. इसके अलावा पूर्व मंत्री आजम खां के परिवार के अन्य सदस्यों के नाम भी मतदाता सूची से गायब थे. रामपुर में तमाम मुहल्ले के हजारों वोटरों के नाम लिस्ट से गायब होने के बाद लोग वोट डालने से वंचित रह गए.
देवरिया से बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह का नाम भी वोट न दे पाने वालों में शामिल है. इसके अलावा मतदाता सूची में गड़बड़ी के कारण लखनऊ के तीन बार मेयर रह चुके दाऊजी गुप्ता भी वोट नहीं डाल सके. वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहे वीरभद्र निषाद का नाम भी मतदाता सूची से गायब रहा. वोटर लिस्ट से नाम गायब होने के बाद उन्होंने कहा कि इस मामले की शिकायत वो डीएम और राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल से करेंगे.
बहुत सारे लोगों ने सोशल मीडिया में वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने की घटना को बीजेपी की साजिश करार दिया है. अब देखना होगा चुनाव आयोग लोगों की भावनाओं को बचाने के लिए क्या कदम उठाती है.
मैडम ये भाजपा वालो की साजिश है , में नागपुर से हु
नागपुर महानगर पालिका 2017 feb के चुनाव में भी ऐसा हुवा ,यहां जहा भाजपा वाले कमजोर है वहा पे कई ऐसे लोगो के नाम काटे गए पिछले 10-15 वर्ष से उनका मतदान था।भाजपा वालो ने मतदान केंद्र भी बदले इस बार ताकि लोगो को दिकत जाये
— Shubham Amdhare 🇮🇳 (@shubhamamdhare) November 26, 2017
यह भी पढ़ें:
बैलेट पेपर पर पहले से लगा था फूल पर मुहर, जिलाधिकारी का तर्क सुनिए…
लाखों लोगों नाम वोटर लिस्ट से ग़ायब…पंखुरी पाठक ने की बड़ी मांग…
चुनाव के इन पोस्टर को देख हँस-हँस कर लोटपोट ना हो जाओ तो कहना…
Leave a reply