सपा मुखिया मुलायम सिंह ने अपना एक सबसे बड़े दर्द को छलकाते बताया है कि वे कुछ समय पहले गंभीर रूप से बीमार हो गए थे. जिसके कारण उन्हें गुड़गांव के किसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उनकी इस हालत की जानकारी पाकर देश के प्रधानमंत्री से समेत कई बड़े नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुँच गए थे. लेकिन उनका खुद का बेटा अखिलेश उनके इस हालत में होने के बाबजूद भी पांच दिनों के बाद उनसे मिलने पहुंचा था. अखिलेश के इस बात से मुलायम को काफी तकलीफ भी हुई थी.
उन्होंने यह बताया कि अखिलेश भले ही आज मुख्यमंत्री हैं और उनके हाजारों समर्थक भी हो गएं हो लेकिन अगर वो तैयार नहीं होता तो अखिलेश कभी सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठ पाते. मुलायम का यह भी कहना है कि मेरे वजह से ही अखिलेश 2012 मुख्यमंत्री की बन पाए है. आखिर अखिलेश यादव ने 2012 चुनाव से पहले किया ही क्या है, सिवाय साइकिल चलाने के? सपा मुखिया अनुसार जो कोई किसी हाई पोस्ट पर हो तो उसे हर किसी को साथ लेकर चलना चाहिए. ऐसे भी सबको यह याद रखना चाहिए कि ‘अखिलेश यादव की वजह से पार्टी नहीं, पार्टी की वजह से अखिलेश यादव हैं.’
इसके साथ ही मुलायम ने 2014 लोकसभा चुनाव में मिली हार को लेकर भी अखिलेश को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 2014 लोकसभा चुनावों में हमें करारी हार मिली थी उस दौरान भी सीएम मुख्यमंत्री अखिलेश ही थे. जबकि में मुख्यमंत्री था तब सपा ने ने 27 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन जब अखिलेश सीएम थे तब हमें 5 ही सीटें मिलीं. उन्होंने बताया शिवपाल ने उनसे कहा था कि उन्हें ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए पर उन्होंने उनकी बात नहीं मानी. लेकिन अब मुलायम को ऐसा लग रहा है कि शिवपाल ठीक ही कह रहा था. सपा मुखिया ने ये बाते कल पार्टी मुख्यालय में अखिलेश के समर्थकों से कही थी.