12 सितंबर को iPhone 8 को टक्कर देने उतरेगी ये शानदार फ़ोन…
— September 9, 201712 सितंबर को एप्पल अपना आईफोन 8 लॉन्च करने जा रहा है. ठीक इसी दिन इसे सैमसंग का फ्लैगशिप Galaxy…
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बहुजन समाजवादी पार्टी से निकाले जा जा चुके दिग्ग्ज नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बड़ी सफलता मिली है. जिसके बाद अब यह कहा जा रहा है कि वो बसपा मुखिया मायावती के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार बसपा से बाहर होने के बाद सिद्दकी कई दिनों से दलित, मुसलमानों और ओबीसी के बड़े नेताओं से सम्पर्क साध रहे रहे थे. वो इन नेताओं के सहयोग से एक अलग फ्रंट बनाना चाहते थे.
इसको लेकर उन्होंने बसपा के पूर्व नेताओं के नेतृत्व में दिल्ली में एक मीटिंग की. जिसमें उनके नए मोर्चे बनाने पर सबकी सहमती बनी. इसके बाद अब यह कहा जा रहा है कि इस मोर्चे द्वारा मायावती के वोट बैंक में सेंध लगाया जाएगा. इस मामले में नसीमुद्दीन ने मीडिया से बातचीत में यह कहा है, “दलित, मुसलमान और ओबीसी से जुड़े 16 संगठन एक साथ आ रहे हैं. इनका मकसद इन वर्ग में अपना असर कायम करना है और बीएसपी के वोट बैंक पर भी इनकी निगाह है.”
उन्होंने यह भी बताया है, “इस संगठन में मायावती से नाराज कई पूर्व बीएसपी नेता भी शामिल हो सकते हैं, जिन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारियां देने की तैयारी है. संगठन बनाने को लेकर एक बैठक भी हो चुकी है. यह बैठक इसी रविवार (6 अगस्त) को दिल्ली में हुई. इसमें पूरा एजेंडा तय किया और मीटिंग में शामिल नेताओं को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया.” यह भी बताया जा रहा है कि बैठक में एक समन्वय समिति बनाने पर चर्चा हुई है. जिसका संयोजक बीएसपी के पूर्व एमपी प्रमोद कुरील को बनाया गया है.
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