Breaking News
July 12, 2016 - मुख्य सचिव के इस बयान के बाद निजी स्कूलों के सचालकों की हालत हो सकती है खराब
July 12, 2016 - बीजेपी के इस युवा नेता ने की खुदकुशी, घर में फैली मातम
July 12, 2016 - आरटीओ ने की बड़ी पहल, अब घर बैठे निकाल पाएंगे आप अपना महत्वपूर्ण दस्तावेज
July 12, 2016 - पंचायत भवन पर लखनऊ के डीएम ने मारा छापा, कार्मियों में मचा हड़कंप
July 12, 2016 - लेनोवो का यह महंगा समार्टफोन खरीदें मात्र 1500 रुपये में

हुआ बड़ा खुलासा, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ठगे गए वाराणसी के नाविक


उत्तर प्रदेश में ई-बोट के वितरण को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में नाविकों में नए इ-बोट को बांटने के गए थे. मगर उन्होंने नाविकों में पुरानी नावों को ही बांट दिया. इस बात का खुलासा वहां के नाविकों ने किया है. नाविकों का कहना है कि प्रधानमंत्री वनारस के अस्सी घाट पर ई-बोट का वितरण करने आए थे. जहां इनके द्वारा आधिकारों ने जान बुझ कर पुरानी नाव को ही सजा कर नाविकों में बंटवा दिया.


इस विषय पर अस्सी घाट के नाविकों का यह कहना है कि ई बोट के वितरण से पहले बीजेपी द्वारा यह घोषणा किया गया था कि यहां के नाविकों में 11 नई ई-बोटो को बांटा जाएगा. हालांकि प्रधानमंत्री द्वारा यहां के नाविकों में कुल 11 नावों को बांटा गया लेकिन हैरानी की बात यह है कि वों सारी नाव पुरानी थी. जिसे फिर से सजा दिया गया था. साथ ही इन पुरानी नावों पर ही सोलर पैनल व बैटरी को लगा कर नाविकों में बांट दिया गया. इतना ही नहीं इसके बाद भी जनता के समक्ष इसका इतना प्रचार किया गया की, जैसे यहां के नाविकों को सचमुच नई ई बोट का तोहफा मोदी सरकार ने दिया है.

इसके अलावा नाविकों ने यह भी बताया है की जो नाव उन्हें प्रधानमंत्री से ई-बोट के नाम पर दी गई है वो उनकी ही पुरानी नाव थी. उन्हें बाद में नाव मिलने पर इस बात का पता चला. जिसके बाद इस मामले को लेकर अस्सी के घाट के तमाम नाविकों ने मोदी सरकार के इस कारनामें पर भाड़ी असंतोष जाहिर किया है.

इस न्यूज़ को शेयर करे और कमेंट कर अपनी राय दे.

रिलेटेड न्यूज़:


Tagged with: 11 e bote e bote distribution e bote distribution in assi ghat by pm modi old bote converted in new e bote varsnasi

Related Articles

Leave a reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *