ब्लैक एंड वाइट मनी गेम से यूपी में होगा यह पॉलिटिकल साइड इफेक्ट?
— November 17, 2016
Edited by: ajit kumar on November 17, 2016.
न्यूज़ डेस्क: मोदी सरकार के नोटबंदी से जनता के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियां अछूती नहीं है, पूरा देश लाइन में खड़ा है और राजनीतिक पार्टिया चुनावी अर्थनीति को दुरुस्त करने में जुटी है. नोट बैन नेतावों को खासे परेशानी में डाल दिया है, एक MLA चुनाव में करोडों-करोड फुक देता है.
पिछले लोकसभा चुनाव में 44 प्रतिशत ही पैसा चेक के द्वारा राजनीतिक पार्टिया इकठा की थी, 56 फीसीदी कैश जिसमें बड़े पैमाने पर ब्लैक मनी का हिंसा होता है. ये तों सरकारी आकड़ा है जो विभिन्न राजनीतिक पार्टिया ने चुनाव आयोग को शपथ पत्र में दिया है. जबकि हक्कीकत है कि इससे कई गुना जादा पैसा उमीदवारो द्वारा किया जाता है.
नोटबंदी से क्या असर पड़ सकता है यह तों आगामी चुनाव में देखने को मिलेगा क्या हर पार्टी के नेता का काफिला में 2 से 4 गाडिया रहती है, नेतावों के लिए 30 से 50 हेलिकॉप्टर से नेता लोग घूमते है कि नहीं, यही सब बताएगा कि वाकई में नोटबंदी से राजनीतिक पार्टी पर कोई असर पड़ा है.
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