जियो को मिलेगा जबरदस्त टक्कर, मात्र 200 रूपए में एक साल तक 4G डेटा देगी यह कंपनी!
— June 3, 2017रिलायंस जियो के बाद भारत में टेलिकॉम कम्पनी के क्षेत्र में एक और धमाका होने वाला है. जिस तरह ने…
इस बार एसपी-कांग्रेस गठबंधन को 54 सीटें मिली है. जिसमें कांग्रेस के 7 ही विधयाक जीतें हैं. इतना तो तय है कि अखिलेश के दम पर सपा को 47 सीटें मिली है. क्योंकि उनके साथ ही इस बार मुलायम-शिवपाल नहीं थे. इन सबके अलावा अखिलेश ने हाल ही में यह कहा था कि उनके आसपास रहने वाले लोगों ने उन्हें चुनाव के दौरान सही जानकारी ने नहीं दी थी. जिसके कारण उन्हें सही स्थिति की जानकारी से वंचित रहना पड़ा.
इसके आलवा यह भी बता दें कि शनिवार को मैनपुरी पहुंचे मुलायम ने अखिलेश को लेकर यह कहा था कि जो अपने पिता का न हो सका वो दुसरे का क्या होगा? जिसके बाद सियासत में इस बात की चर्चा काफी बड़े तौड़ पर हो रहे हैं कि मुलायम अखिलेश के साथ आगे साथ देने वाले नहीं हैं.
पर अखिलेश का पिछला रिकॉर्ड को देखे तो यह सामने आएगा कि वो ऐसे योद्धा है तो अकेले ही मैदान में लड़ने के लिए जा सकते हैं. इसका उदाहरण यूपी विधनासभा चुनाव हैं. जहां हार मिलने के बाद भी उनके चेहरे पर मुस्कुराहट बरकार थी. जो इस बात का संकेत था कि अगले चुनाव में वो फिर अपना दम दिखाने को तैयार हैं.