चाचा से झगड़ा शांत होते ही अखिलेश ने सपा मुखिया मुलायम से मांगा यह बड़ा अधिकार
— September 16, 2016
Edited by: admin on September 16, 2016.
समाजवादी पार्टी में चाचा और भतीजे की बिच के तनातनी को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने तो किसी तरह से शांत कर दिया. लेकिन जहां मुलायम ने शिवपाल को सारे विभाग लौटाने और प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बने रहने का ऐलान कर दिया है तो मुख्यमंत्री अखिलेश ने भी उनके सामने अपनी एक बड़ी मांग रखी है. अखिलेश ने सपा मुखिया से यह कहा है कि उन्हें चुनाव में टिकट बांटने का अधिकार मिलना चाहिए. जबकि इसके अलावा वो मुलायम के हर फैसले का समर्थन करते हैं.
ये बातें अखिलेश ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा पार्टी में मदभेद की वजह वो नहीं, बल्कि उनकी कुर्सी है. इंटरव्यू में पूछे गए एक सवाल, ‘क्यों इतना मुसकुरा रहे हो क्या गम है जो छुपा रहे हो?’ के जवाब में उन्होंने कहा कि हर किसी को गम होता है, पर कोई अपना गम छुपा लेता है. ऐसे भी गम छुपाने की आदत होनी चाहिए. उन्होंने कहा चाचा शिवपाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और आप कहते हैं मुझे गम नहीं. वो मेरे चाचा तभी तो मैंने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया.
चाचा और खुद के बिच हुए मदभेद की स्थिति पर उन्होंने कहा कि उन दोनों के बीच कोई झगड़ा नहीं सिर्फ कुछ मुद्दों पर थोड़ी से नाराजगी हैं. जबकि उन्होंने ये भी कहा कि अब मेरी और चाचा की जो बात हुई है उसमें कोई नाराजगी नहीं है. अखिलेश ने टीवी को यह बताया है की वो अपने चाचा शिवपाल से कल रात 8.30 बजे मिले थे और इस मुलाकात के बाद शिवपाल ने इस्तीफा दे दिया. जबकि अखिलेश का यह भी कहना है कि मुलाकात के दौरान चाचा की फोन से किसी से बात हुई थी और उनके मोबाइल पर मैसेज भी आया था, उसी बिच के आदमी ने सब गड़बड़ किया है.
टीवी एंकर ने उनसे सवाल किया यह यह बिच का आदमी कोन हैं? तो उन्होंने यह कहा कि ये तो आपको खोजना पड़ेगा. मैं तो आजम खान की बात बोलूंगा, ‘चोर की दाढ़ी में तिनका क्यों.’ जब एंकर ने कहा की आपके चाचा और दोस्ती तो काफी पुरानी है तो उन्होंने बड़े सहजता से कहा कि मैं किसी का नाम क्यों लूं? इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है की चाचा के मोबाइल पर किसने मैसेज भेजी थी.
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