योगी सरकार के दावों की डिप्टी सीएम मौर्या के ससुराल वालों ने खोली पोल, यहां आजादी के बाद…!
— June 1, 2017
Edited by: satish kumar on June 1, 2017.
सतीश, उत्तरप्रदेश: आपने तो यह जरुर सुना होगा कि विधायक जी के पास गाड़ी, बंगला और सभी तरह की सुख सुविधायों कि व्यवस्था है लेकिन कभी आपने यह सुना है कि विधायक जी के घर में बिजली नहीं है. जी हाँ, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, जिनके ससुराल में आजादी के 70 साल बाद भी बिजली नसीब नहीं है. सिराथू जहाँ डिप्टी सीएम जहां से विधायक रहे है, वहां से मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खूझा गांव है जिसकी कूल आबादी 300 है वहां बिजली का नामो निशान नहीं है.
यहाँ की जनता विकास नाम के शब्द से अनभिज्ञ है क्योंकि यहाँ न तो अच्छी सड़के हैं और न ही बिजली. जबकि यहाँ पढाई के लिए अच्छे स्कूल भी नहीं हैं. सरकार द्वारा चलाई जा रही पंडित दीनदयाल ग्रामीण ज्योति योजना सिर्फ पन्नो पर दिखाई दे रही है हकीकत में नहीं. बताते चले कि बिजली विभाग की तरफ जो विद्युतीकरण करने की लिस्ट जारी की गई है उसमे खूझा गांव का नाम तक नहीं है. इस मामले के ऊपर पूछने पर अधिकारीयों ने जवाब दिया कि उन्हें नहीं पता था कि इस गांव में बिजली नहीं है.
इस बदहाली के ऊपर डिप्टी सीएम के सास का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी की उनके दामाद के डिप्टी सीएम बन जाने के बाद गांव में बिजली आ जायगी पर ऐसा हुआ नहीं. इसे अब बदनसीबी कहे कि राज्य के डिप्टी सीएम के ससुराल में बिजली की सुविधा नहीं है या राज्य के बिजली विभाग की लापरवाही. इस आधुनिक युग में भी बच्चे पढाई के लिए ढ़िबरी या पेट्रोमैक्स का सहारा लेते है. शादी विवाह भी बहुत मुश्किल से हो पाती है. जिनलोगो के पास पैसे है वो लोग होटलों बुक कर लेते हैं लेकिन जो गरीब है वो अब भीं पेट्रोमैक्स के सहारे शादी विवाह का आयोजन करते है.
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