बीजेपी को मिल सकता है जदयू का समर्थन लेकिन…!

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जुलाई महीने में देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है. ऐसे में सभी पार्टियों की नजर बीजेपी गठबंधन पर टिकी हुई है. इस मामले में वरिष्ठ जदयू नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव का यह कहना है कि यदि सत्तारूढ़ पार्टी किसी कट्टर हिंदूवादी शख्स को प्रत्याशी घोषित करती है तो विपक्षी दल अपने उम्मीदवार को खड़ा करेगी. जबकि आगे उन्होंने यह कहा कि अगर बीजेपी संविधान में भरोसा रखने वाले और संवैधानिक शुचिता से जुड़ा व्यक्ति को उम्मीदवार बनाती है तो उसके नाम पर आम-सहमति बन सकती है.

शरद यादव ने कहा, “अगर वे ऐसे नाम का प्रस्ताव रखते हैं जो संविधान में भरोसा रखता है, जो संविधान की शुचिता को समझता है, उसे मानता है तो आम-सहमति बन सकती है. हम बात करेंगे. जब इस बारे में विस्तार से पूछा गया तो यादव ने ‘लव जिहाद’ और ‘घर वापसी’ जैसे मुद्दों की बात की जिनसे हिंदूवादी संगठनों का नाम जुड़ता रहा है. उन्होंने कहा कि ये संविधान के खिलाफ हैं.”

उन्होंने यह भी कहा,”उनके तीन साल के शासन में उन्होंने ‘लव जिहाद’ जैसी संविधान से बाहर की चीजें की हैं. संविधान में यह कहां लिखा है? हमारा संविधान तो वयस्कों को जाति और धर्म से परे उनकी पसंद से शादी की इजाजत देता है. जदयू नेता ने आगे कहा, “उन्होंने इस सोच पर हमला किया. वे जाति के बंधनों को हटाने के लिए कुछ नहीं करते बल्कि ‘घर वापसी’ कराते हैं. विपक्षी दल ऐसे उम्मीदवार का समर्थन करेंगे जो संविधान में भरोसा रखता हो.”


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साभार: जनसत्ता

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