Xiaomi Redmi Note 4 की सामने आई बड़ी खामी, अपने आप मोबाइल में लगी आग!
— July 24, 2017देश में इन दिनों चाइना में बन रहे Xiaomi Redmi फोन की मांग काफी बढ़ गई है. लेकिन एक ऐसी…
राज्यसभा सांसद और बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती को राज्यसभा नहीं बोल देने के मामले को लेकर सियासत गर्म होती नजर आ रही है. बता दें कि इस मामले पर समाजवादी पार्टी के एक नेता ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि उच्च सदन में मायावती को नहीं देने का मामला लोक तंत्र के खिलाफ बताया जा रहा है. राज्यसभा की पीठ और सरकार को मामले का संज्ञान लेना चाहिए.”
यह बयान सपा नेता ने उदय वीर ने दिया है. उन्होंने आगे यह भी कहा है कि सरकार आती- जाती रहती है. विपक्ष का सम्मान होना चाहिए. किसी भी दल से विपक्ष में बोलने का हक नहीं छीना जा सकता है.” बताया जा रहा है कि उच्च सदन में किसी मुद्दे पर मायावती को बोलने से रोक दिया गया. जिसके बाद उन्होंने वहां उन्होंने इस्तीफा देने की बात कह दी और वहां से गुस्से में बाहर निकल गई.
इस पर बसपा मुखिया ने कहा, ” मुझे राज्य सभा में बोलने नहीं दिया गया. मैं आज ही राज्यसभा से इस्तीफा दूंगी. दलितों के नाम पर सरकार कर नौटंकी कर रही है. बीजेपी दलितों के नाम पर गुमराह कर रही. यूपी में गुंडाराज हैं. शब्बीरपुर में मुझे जाने से रोका गया. सहारनपुर मामले पर मैंने कोई विवादित बात नहीं कही. मैं चुनाव लड़ने से नहीं डरती हूँ. बाबा साहेब ने भारत के बाहर जाकर भी अपनी बात रखी. जब अम्बेडकर जी की बात नहीं सुनी गई तब उन्होंने भी इस्तीफा दिया.”
उन्होंने आगे यह भी कहा, “बाबा साहेब ने कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दिया. दलित को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने से बीजेपी को वोट नहीं मिलेगा. मेरी बात नहीं सुनी गई इसलिए मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया.” बता दें कि आज सुबह ही मायावती ने सदन से वाक आउट किया था. कहा जा रहा है कि सदन में बोलने से मना करने पर सभापति से भी उनकी नोंक झोंक हुई थी.
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