महज़ 6,999 रुपये में नए वैरिएंट के साथ भारत में आज पहली बार मिलेगा Redmi का ये ख़ास फ़ोन
— August 31, 2017मार्च में ही शाओमी ने Redmi 4A लॉन्च किया था और अब हाल ही में इसका नया वैरिएंट लॉन्च किया…
थोड़ा आगे बढ़े तो गंगा नदी का पुल आ गया। दोनों तरफ खेत-हरियाली के बीच विकास की गंगा में अविरल प्रवाह को अखिलेश जी ने ही गति दी थी। भारतीय राजनीति और जन सरोकार का भी यह अपूर्व संगम बना है। गंगा नदी का पुल पार करते ही बूंदाबांदी तेज हो गई। किसानों को इसका बेसब्री से इंतजार था।
रास्ते में कन्नौज नगरी को भी हम छूते हुए आगे बढ़े। अपने इत्र के लिए विश्वविख्यात इस नगरी का लोकसभा में प्रतिनिधित्व श्रीमती डिम्पल यादव कर रही हैं। इस क्षेत्र के विकास के लिए भी अनेक योजनाएं आकार ले रही हैं।
चूंकि अखिलेश यादव विकासपरक राजनीति के लिए प्रारंम्भ से ही प्रतिबद्ध रहे हैं उन्हांेने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में विकास की गंगा बहाने के लिए अथक श्रम किया। उन्होंने प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों को चार लेन की सड़कों को जोड़ने का बड़ा काम किया। सड़क-पुल की कई योजनाएं लागू की। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उनकी बड़ी महत्वाकांक्षी योजनाएं रही। इसके लिए उन्होंने केंद्र से मदद की परवाह किए बिना अपने संसाधनों से विकास कार्यों को अंजाम दिया।
सच तो यह है कि यह प्रदेश विकास की राजनीति से बहुत दूर था। श्री अखिलेश यादव ने इसे नई दिशा और नई गति दी। इससे वर्तमान सरकारे चाहें केंद्र की हो या राज्य की, भौंचक है। केंद्र की भाजपा सरकार ने तीन वर्षों में ऐसा कोई काम नहीं किया जिसे मील का पत्थर बताया जा सके। यह कैसी विडम्बना है कि जो विकास की गंगा श्री अखिलेश यादव ने बहाई थी उसे जांच के नाम पर भाजपा सरकार प्रदूषित कर अपनी ओछी मानसिकता का प्रदर्शन कर रही है।
निःसंदेह श्री अखिलेश यादव ने राजनीति में असंभव विकास को भी धरती पर उतारने का जो भगीरथ प्रयास किया उसके एक नहीं अनेक उदाहरण प्रस्तुत किए जा सकते हैं। अखिलेश जी के श्रेयस्कर कार्यों पर भ्रम फैलाने और अवरोध पैदा करने के दुष्प्रयासों को प्रदेश की जनता ही धूल चटाएगी।