पाकिस्तान आर्मी की 5 बटालियन बढ रही LOC की तरफ
— September 30, 2016भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब देश में आतंक गतिविधियों का खतरा बढ गया है. किसी आतंकी हमले…
अमेठी/सुल्तानपुर.असगर नकी. अमेठी और सुल्तानपुर की जनता के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जब पहुंचते हैं तो “रिश्तों की दुहाई” देना नहीं भूलते. लेकिन खुद राहुल गांधी की निगाह में इन रिश्तों का कितना महत्व है उसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि गांधी ने किसान यात्रा के नाम पर प्रदेश के अंदर 16 दिन गुज़ारे और 2200 किलोमीटर की लम्बी दौड़ लगाई. परन्तु पारिवारिक रिश्तों वाले ज़िले सुल्तानपुर और अमेठी ज़िले की सरहदों से गांधी गुज़रे और चिराग तले अंधेरा कर गए.
जहां राहुल गांधी की जीत के ग्राफ में कमी आ गई वहां क्या सोचकर किसान यात्रा का खाका तैयार हुआ की इन दो ज़िलो के आसपास राहुल आए और यहां नहीं पहुंचे? क्या राहुल को ये यकीन है कि इस बार दोनों ज़िलो की स्थित बेहतर है? यदि ऐसा है तो सिर्फ ये भ्रम है जिसमें कांग्रेस है और इस बार भी दोनों ज़िलो में स्थित और बत्तर होने वाली है.
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