हाल में शिवपाल यादव के नई पार्टी बनाने के ऐलान के बाद यह उम्मीद की जा रही थी सपा में घमासान एक बार फिर से शुरू हो गई है. साथ यह भी लग रहा था कि सपा के राष्ट्रीय अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल के बीच फिर से दुरिया बढ़ गई है. हालांकि अखिलेश ने यह कहा था कि उन्हें शिवपाल के सेक्युलर मोर्चा की बिलकुल भी जानकारी नहीं है. जबकि शिवपाल ने यह मांग भी की थी कि अखिलेश को सपा आलाकमान की कुर्सी पर से हट जाना चाहिए.
लेकिन इतना सब होने के बाबजूद भी अखिलेश ने आज सदन में शिवपाल को अपने नजदीक आता देख गिले-शिकवे भूलकर एक सराहनीय कदम उठाया. कहा जा रहा है कि सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनटों के बाद शिवपाल वहां पहुंचे और वहां से सीधे विधायकों की लॉबी में चले गये. इस दौरान वो कुछ देर पीछे भी बैठे. सपा अध्यक्ष नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी के बगल में बैठे हुए थे.
इस दौरान अखिलेश यादव के कान में किसी विधायक ने कुछ कहा. इसके बाद फिर एक विधायक ने शिवपाल को इशारा दिया. इशारा मिलने पर शिवापाल वहां से उठकर अखिलेश के ठीक पीछे वाली सीट पर आकर बैठ गए. सदन में मौजूद सपा के सारे विधायक लाल टोपी पहने हुए थे. जबकि शिवपाल के सर पर पार्टी की टोपी नहीं थी. यह देख विधान परिषद सदस्य रण विजय सिंह ने उन्हें अपनी टोपी दे. कुछ लोगों ने बताया कि सदन में भले ही शिवपाल और अखिलेश की बात नहीं हो पाई. लेकिन शिवपाल जब उठकर अखिलेश के बगल में आ रहे थे तब अखिलेश ने अपने चाचा का अभीवादन किया.