महज़ 17 ,800 रूपए में लेनेवो का ये शानदार लैपटॉप
— July 20, 2017लैपटॉप यूज़र्स के लिए लेनेवो कंपनी नई खुशखबरी ले कर आई है. लैपटॉप बनाने वाली दिग्गज कंपनी लेनोवो ने भारत…
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राज्यसभा से मायावती के इस्तीफे के बाद यूपी में सियासी संग्राम चरम पर है. ज्यादातर लोग इसको दिखावा कह रहे है. कई नेताओं का मानना हैं कि मायावती भीम आर्मी के बढ़ते जनाधार से डर रही हैं. दलितों की सहानुभूति पाने के लिए मायावती ने यह चाल चली है. कांग्रेस के राज्य सभा सांसद पीएल पुनिया ने कहा कि मायावती को डर है कि भीम आर्मी को दलित समाज का सर्मथन कैसे मिल सकता है? इस वजह से सहानुभूति पाने के लिए उन्होंने इस्तीफा दिया.
दलितों की समस्या का समाधान राज्यसभा में रहकर मिल सकता था. उनका राज्यसभा का समय अभी अप्रैल 2018 तक था, जिसमें हजारों बार उन्हें दलितों की बात कहने का मौका मिलता, लेकिन उन्होंने खो दिया. मायावती ने आज शून्य काल के दौरान बात रखी थी जिसमें कि समय मिलता ही कम है, ये नियम होता है. बोलने के लिए पर्ची मैंने भी लगाई थी, लेकिन सदन में उन्हें मौका दिया गया. इस बात पर उन्हें गर्व होना चाहिए था, उन्होंने गलत किया. दलितों की लड़ाई सदन में रहकर लड़ी जा सकती थी. भागकर लड़ाई नहीं होती.
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