योगी या स्मृति नहीं होंगे बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार, साक्षी ने उठाया यह मांग
— May 23, 2016
यूपी में होने वाले 2107 विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी की नाम की घोषणा नहीं कर पाई है. पार्टी के तरफ से कभी गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ को उनके समर्थकों द्वारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने की बात कि जाती है. तो कभी केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के नाम की संभवाना पार्टी के तरफ से जताई जा रही है. लेकिन अब पार्टी के सांसद सच्चिदानंद हरी साक्षी महाराज का यह कहना है कि बीजेपी के तरफ से यूपी के सीएम पद का उम्मीदवार किसी अति पिछड़े को बनाया जाया चाहिए.
बता दें कि साक्षी महाराज रविवार को वृंदावन स्थित अपने आश्रम पर पत्रकारों से बातचीत कर रहें थे. जहाँ उन्होंने सीएम कैंडिडेट के रूप में पिछड़ी जाती के किसी नेता का चयन करने की बात कि. इसी दौरान जब एक पत्रकार ने उनसे स्मृति ईरानी का नाम यूपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर आगे किये जाने का प्रश्न किया तो सांसद ने यह कहा कि ‘यूपी में युवा चेहरे की जरूरत अवश्य है लेकिन यह चेहरा स्थानीय होने के साथ अति पिछड़ी जाति से हो तो भाजपा के लिए बेहतर होगा.’
इस मामले में सांसद ने यह भी बताया की यूपी में कुल 18 फीसदी वोटर पिछड़ी जाती से है. ये लोग हमेशा अपना वोट बीजेपी को ही देते हैं. इसलिए अगर पार्टी कोई अति पिछड़ी जाती का चेहरा आगे करके चुनाव लड़ेगी तो. इस जाती का सारा वोट बीजेपी को ही मिलेगा. जिसके बाद बसपा प्रमुख मायावती का वोट बैंक काफी घट जाएगा और समाजवादी पार्टी को भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा. ऐसे भी सपा ने तो पूरी यूपी ठगा ही है.
इसके अलावा साक्षी महराज ने प्रदेश के अखिलेश सरकार पर भी यह आरोप लगाया की सपा मुसलमानों का वोट हासिल करने के लिए उनसे आरक्षण देने ने नाम पर फुसलाने का कम कर रही है. लेकिन अब प्रदेश की जागृत जनता इनका सारा खेल समझ चुकी है. सारे मुसलमान ये जान चुके हैं कि सपा सिर्फ इनका उपयोग वोट हासिल करने के लिए करती है. यही वजह की आज बहुत सारे मुसलमानों का समर्थन बीजेपी के तरफ होता जा रहा है.
इस न्यूज़ को शेयर करे और कमेंट कर अपनी राय दे.
Leave a reply